Bharat Ratn - Atal ji ❤️
❤️ Swg. Shree Atal Vihari Vajpaye - A Tribute to the most lovable Politician ❤️
धरती-पुत्र,, लोकप्रिय प्रधानमंत्री,, जननायक,, प्रेरित लेखक,, को मेरा भावपुर्ण श्रद्धांजली,,
मेरे लिखित एक तुच्छ कविता द्वारा
👇👇👇👇👇👇👇
हिन्द देश की माटी पे फिर सबने देखा निर प्रलय,,
संकुचित हो गया ह्रिदय है, हुआ मा भारती का पुत्र विलय,,
पंच इन्द्रियां, पंच तत्व, अब ये कैसे कर पायेगी,,
अटल विहारी वाजपेई को, विलिन कैसे करायेगी,,
लाखो लोगो का मैने फिर हुजुम सा लगते देखा है,
निर गगन से, तेज पवन को फिर से चलते देखा है,,
क्या विद्रोही, क्या सेहयोगी, सबको रोते देखा है,,
निसबध वक्ता, निसबध श्रोता, सबको मौनी देखा है,,
तु था नेता तु था लेखक, क्या साहित्य क्या देश विधेयक,,
कदम मिलाकर चलने वाले,, एेकल पथ पर क्यों निकला तु,,
देश सूचालक, पथ प्रदरशक, अंधकार मे क्यों निकला तु,,
राजनीती से आगे बढके, भारत को दर्शlने वाले,,
अपने ऊन प्रेरित कविता को चिख चिख बतलाने वाले,,
सूर्य अस्त ने, एक सूर्य को आज धरा से दूबा दिया,,
राजनिती के एक तारे को, इस धरती से सुला दिया,,
❤️ Share, support & Subscribe ❤️
धरती-पुत्र,, लोकप्रिय प्रधानमंत्री,, जननायक,, प्रेरित लेखक,, को मेरा भावपुर्ण श्रद्धांजली,,
मेरे लिखित एक तुच्छ कविता द्वारा
👇👇👇👇👇👇👇
हिन्द देश की माटी पे फिर सबने देखा निर प्रलय,,
संकुचित हो गया ह्रिदय है, हुआ मा भारती का पुत्र विलय,,
पंच इन्द्रियां, पंच तत्व, अब ये कैसे कर पायेगी,,
अटल विहारी वाजपेई को, विलिन कैसे करायेगी,,
लाखो लोगो का मैने फिर हुजुम सा लगते देखा है,
निर गगन से, तेज पवन को फिर से चलते देखा है,,
क्या विद्रोही, क्या सेहयोगी, सबको रोते देखा है,,
निसबध वक्ता, निसबध श्रोता, सबको मौनी देखा है,,
तु था नेता तु था लेखक, क्या साहित्य क्या देश विधेयक,,
कदम मिलाकर चलने वाले,, एेकल पथ पर क्यों निकला तु,,
देश सूचालक, पथ प्रदरशक, अंधकार मे क्यों निकला तु,,
राजनीती से आगे बढके, भारत को दर्शlने वाले,,
अपने ऊन प्रेरित कविता को चिख चिख बतलाने वाले,,
सूर्य अस्त ने, एक सूर्य को आज धरा से दूबा दिया,,
राजनिती के एक तारे को, इस धरती से सुला दिया,,
❤️ Share, support & Subscribe ❤️
Kaisa hai jaroor btaye 🤘👦
ReplyDeleteMast hai keep on doing very interesting
DeleteThank you
DeleteHave a Nice Day
Visit Us Again
~ Offspring Youngsters ❤️